आरपीएफ ने परिजनों से कहा, इसे ठीक से पहचान लो, हो गया था किडनैप

नई दिल्‍ली. कानपुर देहात के विधनू के पास गांव में रहने वाला महावीर दो साल पहले एटीएम से पैसे निकलाने के लिए निकला था. वहीं से किसी ने उसका अपहरण कर लिया. दो वर्ष तक कहां रहा, उसे कुछ पता नहीं. इतना जरूर है कि उनकी भाषा हिन्‍दी नहीं थी. दो दिन पूर्व कानपुर स्‍टेशन के पास बदहवास हालत में आरपीएफ को मिला. आरपीएफ ने परिजनों से संपर्क कर बुलाया और कहा कि ठीक से पहचान लो. ये महावीर ही है. परिजनों को देख आंसू निकलने लगे और गले मिलकर परिजन भी खूब रोए.यह सीन देखकर स्‍टेशन में मौजूद तमाम यात्रियों के भी आंसू निकलने लगे.

रेल सुरक्षा बल द्वारा चलाये जा रहे ऑपरेशन डिग्निटी अभियान के तहत उप निरीक्षक असलम खान स्टाफ समेत कानुपर स्टेशन एरिया में गश्‍त कर रहे थे. इसी दौरान कैंट साइड सर्कुलेटिंग एरिया में गेट नं. 2 के पास एक व्यक्ति दिखाई दिया, जो भिखारी प्रतीत हो रहा था. उससे पूछताछ करने पर उसने बताया कि वह लगभग 2 साल पहले 26 जून 2022 को अपने घर से एटीएम से पैसे निकालने के लिए विधूना गया था. घर लौटते वक्त जब वह हरिचंदापुर में बस का इंतजार कर रहा था, उसी दौरान एक चार पहिया वाहन द्वारा उसे बेहोश कर ले गये, जब उसे होश आया तो वह एक अंधेरे बाथरूम में था.

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दो व्यक्तियों द्वारा उससे उसका एटीएम कार्ड तथा मोबाइल फोन ले लिया गया. वे व्यक्ति उसे गाड़ी से कंस्ट्रक्शन साइट पर अन्य व्यक्तियों के साथ ले जाते थे और सभी से लेबर का काम करवाते थे. वहां की भाषा भी उसे समझ में नहीं आती थी, शायद वह साउथ इंडिया में किसी जगह पर था. किसी तरह वह व्यक्ति कुछ दिन पहले वहां से छिप छिपा कर भाग निकला और कई दिनों तक पैदल चलकर और गाड़ियां बदल-बदल कर दरभंगा पहुंचा और वहां से कानपुर आ गया. उक्त व्यक्ति ने अपना नाम महावीर सिंह बताया.

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रेल सुरक्षा बल पोस्ट कानपुर को बताए गए मोबाइल नंबर पर उसके चचेरे भाई रवीन्द्र सिंह को सूचित किया गया. गुमशुदा व्यक्ति के चचेरे भाई रविन्द्र सिंह, चाचा ब्रिजेश कुमार गुमशुदगी थाना विधूना जीडी प्रति, आधार कार्ड, लेकर आए. रेल सुरक्षा बल द्वारा उक्त गुम हुए व्यक्ति को उसके चचेरे भाई एवं चाचा को सुपुर्द किया गया. सुपुर्द किये गये व्यक्ति के परिजनों द्वारा रेल सुरक्षा बल का बहुत आभार व्यक्त किया गया. इस दौरान परिजन और महावीर सभी मिलकर खूब रोए.

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