पाकिस्तानी फौज ताकती रह गई, यूनुस मॉडल फॉलो कर गए इमरान खान, शहबाज शरीफ का खेल समझो खत्म?

Pakistan Coup Conspiracy: क्या पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को बांग्लादेश में शेख हसीना के तख्तापलट के बाद मोहम्मद यूनुस की ताजपोशी  के बाद खालिदा जिया की जेल से रिहाई वाले एपिसोड में अपने लिए मौका-मौका दिख रहा है. हम ये सवाल इसलिए पूछ रहे हैं क्योंकि पाकिस्तान में फिलहाल नियाजी के कथित ढाका वाले प्लान की खूब चर्चा हो रही है. तो क्या है नियाजी का ढाका प्लान, इसके बारे में आपको आइए सबकुछ बताते हैं. दरअसल पाकिस्तान की अडियाला जेल में बंद इमरान खान ने अवाम के नाम संदेश भेजा है. जिसमें उन्होंने कहा- 'पाकिस्तान में 10 साल तक तानाशाही लगाने का प्लान बना है. जिसमें लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को खत्म कर दिया जाएगा. फौज के बाद अब पुलिस और न्याय पालिका भी तानाशाही के प्लान का हिस्सा बन गई है.'

इमरान खान का संदेश

जेल में बंद इमरान खान का मुल्क की अवाम के नाम संदेश वैसे तो पहली नजर में राजनीतिक बयान लगता है. लेकिन असल में इमरान खान लोगों को भड़का रहे हैं. ताकि पाकिस्तान में भी वैसे ही हालात पैदा किए जा सकें, जिनका गवाह बांग्लादेश बना था. जैसे 5 अगस्त को  बांग्लादेश में एक संगठित साजिश की गई. जनता को भड़काया गया. लोकतंत्र को बचाने के नाम पर शेख हसीना सरकार का विरोध किया गया. नतीजा हुआ कि शेख हसीना का तख्तापलट हुआ और मोहम्मद यूनुस और उनके प्यादे सरकार पर काबिज हो गए.

यूनुस मॉडस फॉलो करेगी PTI

दावा किया जा रहा है कि मोहम्मद यूनुस के इसी मॉडल को इमरान खान पाकिस्तान में इस्तेमाल करना चाहते हैं. यानी सबसे पहले तानाशाही के नाम पर जनता को भड़काओ. फिर पार्टी कार्यकर्ताओं के जरिए जनता को सड़कों पर लाओ और इतना उन्माद फैलाओ कि सरकार गिर जाए. 

हालांकि ऐसा करने के लिए मोहम्मद यूनुस को महीनों तक शेख हसीना के विरोध में प्रोपेगेंडा चलाना पड़ा था. विदेशी फंडिंग से लोगों को लामबंद करना पड़ा था. लेकिन इमरान खान के लिए ये आसान है, क्योंकि पाकिस्तान में ऐसा ईको सिस्टम पहले से मौजूद है जो बारूद के ढेर में चिंगारी लगा सकता है. इससे पहले तीन मौकों पर ऐसा हो चुका है क्योंकि PTI कार्यकर्ताओं ने अपने ऐसे अटेंप्ट से पूरे देश की रफ्तार रोक दी थी. इस कांड में पाकिस्तानी फौज भी प्रांतो के आधार पर बंटी नजर आई थी. बलूचिस्तान और खैबरपख्तुनवा से आने वाले अफसर इमरान खान के साइड में बताए जा रहे थे और पंजाबी इलाके वाले फौजी शरीफ के पाले में दिख रहे थे. 

3 ट्रेलर

सबसे पहले साल 2023 में मार्च के महीने में  इमरान खान के नाम पर पीटीआई काडर सड़कों पर उतरा था. इन प्रदर्शनों में 8 लोग मारे गए थे. फिर मई 2023 में एक और बड़ा प्रदर्शन हुआ इन प्रदर्शनों में रावलपिंडी से लेकर लाहौर तक पाकिस्तान की सेना के कैंटोनमेंट में आगजनी हुई थी. पिछले साल नवंबर के महीने में एक और बड़ा प्रदर्शन  तब हुआ जब 48 घंटों तक पीटीआई कार्यकर्ताओं ने इस्लामाबाद के डी चौक को कब्जा लिया था. यानी अगर इमरान खान अवाम को भड़काने में कामयाब हुए. तो पाकिस्तान में अराजकता फैल सकती है. पाकिस्तानी एक्सपर्ट्स के मुताबिक इमरान या तो सरकार के साथ डील करेंगे. या फिर ऐसे हालात पैदा करेंगे,जिन्हें सरकार संभाल ना सके.

बदले की आग में जल रहा पठान?

वैसे भी पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी ने जनता को त्रस्त कर रखा है. शहबाज शरीफ की लाख कोशिशों के बावजूद  महंगाई दर नीचे नहीं आ रही है. इसी वजह से जनता बदलाव चाहती है. वहीं इमरान बदलाव की भावना को भड़काकर तख्तापलट करना चाहते है. वैसे भी पाकिस्तान में बेरोजगारी की दर आल टाइम हाई यानी सबसे ऊपर है, ऐसे में लोग खाली बैठे हैं, तो हजार पांच सौ के लिए बात-बात में आंदोलन करने वाली भीड़ फौज बनकर खड़ी हो जाती है. जिसका फायदा पैसे वाले नेता उठाते हैं.

पाकिस्तान 21वीं सदी में दूसरा तख्तपलट देखेगा?

गेंद शहबाज शरीफ और आसिम मुनीर के पाले में है. अगर इमरान की शर्तों को मानकर शरीफ सरेंडर करते हैं तो शायद कुछ वक्त के लिए कुर्सी बच जाए. लेकिन अगर इमरान खान मोहम्मद यूनुस वाले फॉर्मूले को कामयाबी के साथ लागू कर गए तो पाकिस्तान 21वीं सदी में दूसरा तख्तपलट देखेगा.

एक तरफ इमरान खान  तख्तापलट की साजिश रच रहे हैं. तो दूसरी तरफ पाकिस्तानी बेइज्जत हो रहे हैं. जिसकी एक तस्वीर सामने आई 48 घंटे पहले जब एक ही दिन के अंदर 232 पाकिस्तानियों को अलग अलग देशों से  डीपोर्ट किया गया है.कुल 7 देशों ने पाकिस्तानियों को वापस भेजा है. इन देशों में सऊदी अरब, UAE, कतर, इंडोनेशिया साइप्रस, नाईजीरिया और चीन शामिल हैं. सबसे ज्यादा 112 पाकिस्तानी सऊदी अरब से वापस भेजे हैं. सऊदी अरब से भेजे गए पाकिस्तानियों में कुछ के पास जरूरी कागजात नहीं थे. तो कुछ हज के नाम पर गए थे और सऊदी अरब में भीख मांग रहे थे. UAE से जो पाकिस्तानी वापस भेजे गए, वो ड्रग्स बेचते हुए पकड़े गए थे.

इंग्लैंड में अजमेर जैसा कांड

पाकिस्तान की सबसे बड़ी बेइज्जती लंदन समेत पूरे इंग्लैड यानी अंग्रेजों की धरती में हो रही है, जिसे यूके के नाम से भी जाना जाता है. ब्रिटेन में GROOMING SCANDAL में आरोपी पाकिस्तानियों को लेकर पाकिस्तान की फजीहत लगातार 21 दिनों से हो रही है. माना जा रहा है कि वहां भी पाकिस्तानियों ने भारत के अजमेर कांड की तरह कई घिनौनी करतूतें करके पूरे मुल्क का नाम बर्बाद कर दिया है. लंदन में प्रवासियों की करतूतों और हरकतों को इग्नोर करने वाले यानी ज्यादा लिबिर लिबर करने वाले कुछ कथित लिबरल नेताओं को अब जवाब देते नहीं बन रहा है. पाकिस्तान की ग्रह दशा में पूरी तरह साढ़े साती जैसा प्रकोप दिख रहा है. आपको बताते चलें कि बीते कई महीनों से अरब देशों से पाकिस्तानियों को ढूंढ ढूढ़कर बेइज्जत कर भगाया जा रहा है.

2025-01-11T19:56:11Z