BAGESHWAR DHAM: धीरेंद्र शास्त्री ने स्वामी प्रसाद मौर्य को कहा ‘कैंसर’, बोले- ऐसे लोग तय कर लें इंजेक्शन से ठीक होना है या …

Dhirendra Shastri: विवादों के साथ-साथ बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की प्रसिद्धि भी बढ़ रही है। इन दिनों पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री खूब चर्चा में हैं। इस बीच बागेश्वर बाबा ने स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर कहा है कि वह एक कैंसर की तरह हैं।

कैंसर से ज्यादा खतरनाक है वो आदमी- Dhirendra Shastri

दरअसल, सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को पाखंडी और अंधविश्वास फैलाने वाला कहा था। उनके इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पंडित शास्त्री ने न्यूज़ चैनल जी न्यूज़ के साथ बातचीत में कहा, “अगर अपने बाप को बाप कहना अंधविश्वास है तो उनसे बड़ा कोई अंधविश्वासी नहीं।”

एंकर के यह पूछने पर कि क्या आप यह स्वामी प्रसाद मौर्य के लिए कह रहे हैं, बाबा बागेश्वर ने कहा, “बिल्कुल, कैंसर से ज्यादा खतरनाक है वो आदमी। जिसने भी यह बोला उनके लिए, नाम किसी का स्पेशली नहीं लेंगे। जिन्होंने बागेश्वर धाम को अंधविश्वास बोला कैंसर से ज्यादा खतरनाक है वो आदमी, तीसरे स्टेज पर पता चलेगा।”

इंजेक्शन से ठीक होना है या …

धीरेंद्र शास्त्री ने आगे कहा, “2029 तक सबके सहयोग से हम बुंदेलखंड में कैंसर हॉस्पिटल बनवा रहे हैं। ऐसे कैंसर लोगों के लिए ही बागेश्वर धाम में दवा और दुआ दोनों मिलेगी। जो सनातन और रामचरितमानस पर उंगली उठाएंगे उनका कैंसर ठीक करने के लिए ही बागेश्वर बाला ने हम पर कृपा भेजी है। अब ऐसे लोगों को तय करना है कि उनको इंजेक्शन से ठीक होना है या डॉट डॉट डॉट से।”

उन्हें सिर्फ Sanatan Dharma में अंधविश्वास दिखता है- बोले धीरेंद्र शास्त्री

पंडित शास्त्री ने आगे कहा, “उन्हें सिर्फ सनातन में अंधविश्वास दिखता है। हनुमान चालीसा क्या अंधविश्वास है? और उनके कहने से क्या रामचरितमानस की चौपाइयां बदली जाएंगी। ये सस्ती लोकप्रियता पाने का ढंग है।” उन्होंने कहा कि भारतीय जनता को ऐसे लोगों को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए ताकि वो दोबारा ऐसा बोलने की जुर्रत न कर सकें। ऐसे लोगों को भारत में रहने का अधिकार नहीं। ऐसे लोग दूसरे पंथ से ज्यादा खतरनाक हैं।

बाबा बागेश्वर ने कहा, “हमें तो उनसे बड़ा पाखंडी और अंधविश्वासी कोई नजर नहीं आता। उन्हें सनातन में अंधविश्वास दिख गया, अन्य पंथों में नहीं नजर आया। उनमें उन्हें अंधविश्वास नहीं दिखा कि एक व्यक्ति को करंट लगाते हैं और 25 गिर जाते हैं। उन मोरपंख वालों में उन्हें अंधविश्वास नहीं दिखा।”

2023-02-02T07:25:46Z dg43tfdfdgfd