INDORE HIT AND RUN: दीक्षा को ग्वालियर आना था, आ गई मौत

नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। इंदौर में बीएमडब्ल्यू हिट एंड रन हादसे में मरने वालों में ग्वालियर के शिवनगर इलाके की रहने वाली दीक्षा पुत्री अशोक जादौन और शिवपुरी की लक्ष्मी तोमर शामिल हैं। दोनों आपस में दूर की रिश्तेदार हैं और बहनें लगती हैं। दीक्षा ने बैंक आफ बड़ौदा इसलिए ज्वाइन किया था, क्योंकि उसे ग्वालियर स्थानांतरण करने के लिए प्रबंधन ने आश्वासन दिया था। घर लौटने की खुशी थी।

शादी की बात चल रही थी, शादी भी जल्द ही तय होने वाली थी। जिस घर में शहनाई बजने वाली थी, उस घर की खुशियां दीक्षा की मौत से छिन गईं। दीक्षा अपने पिता की लाड़ली थी। अशोक बेटों से ज्यादा स्नेह अपनी बेटी से करते थे। उसने बैंक में नौकरी हासिल कर पिता का नाम रोशन भी किया था। इस घटना से एक घंटे पहले ही दीक्षा की घर पर बात हुई थी।

अशोक मूल रूप से मुरैना के सुमावली के रहने वाले हैं। दीक्षा का अंतिम संस्कार वहीं होगा। दीक्षा के पिता अशोक जादौन ग्वालियर में पीएचई विभाग में काम करते हैं। दीक्षा अपने माता-पिता की इकलौती बेटी थी। उससे छोटे दो भाई ऋषि और गौतम हैं। दोनों अभी पढ़ाई कर रहे हैं। दीक्षा की कुछ समय पहले नौकरी लग गई थी। वह इंदौर में बैंक में नौकरी कर रही थी। पहले आइसीआइसीआइ बैंक में थी, करीब 15 दिन पहले ही उसने बैंक आफ बड़ौदा ज्वाइन किया था।

टिफिन लेकर सहेली के साथ स्कूटर से गई थी दीक्षा

मूलत: शिवनगर घोसीपुरा रेलवे स्टेशन के पास लश्कर (ग्वालियर) निवासी दीक्षा जादौन तुलसीनगर में रचना के साथ किराये से रहती थी। रचना ने पुलिस को बताया कि लक्ष्मी उसे लेने के लिए घर आई थी। दीक्षा ने खाने का टिफिन तैयार किया और लक्ष्मी के साथ स्कूटर लेकर चली गई। सुबह करीब पांच बजे दो युवक ढूंढते हुए घर पहुंचे और बताया कि दीक्षा का एक्सीडेंट हुआ है। सहेलियों के साथ अस्पताल पहुंची लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।

2024-09-16T03:04:15Z dg43tfdfdgfd