चितरा : श्रीश्री 1008 महारुद्र यज्ञ का छठा दिन

चितरा प्रतिनिधि एसपी माइंस चितरा कोलियरी स्थित दुखिया बाबा महादेव मंदिर प्रांगण में आयोजित श्रीश्री 1008 महारुद्र यज्ञ के छठे दिन यज्ञशाला पूरी तरह भक्ति की सुगंध में डूबा रहा। वैदिक ऋचाओं के गूंजते मंत्रोच्चार, हवन कुंड से उठती तिल, जौ और घी की पवित्र सुगंध, और श्रद्धालुओं की आस्था ने माहौल को अलौकिक बना दिया। श्रद्धालुगण आस्था एवं श्रद्धा से ओतप्रोत होकर यज्ञशाला की 11, 21 या कोई 51 बार तक परिक्रमा कर यज्ञ भगवान से निरोगी काया, सुख-समृद्धि और मनोकामनाओं की पूर्ति की कामना करते दिखे। हवन के दौरान की जा रही आहुतियों के साथ श्रद्धालु जैसे आत्मिक शांति की अनुभूति कर रहे हैं।

वहीं, दुखिया बाबा मंदिर प्रांगण में स्थापित शिव-पार्वती, गणेश, हनुमान, राधा-कृष्ण, दुर्गा, लक्ष्मी सहित अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाओं के दर्शन और पूजन में जुटे श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। मंदिर परिसर में सुबह-शाम विशेष आरती एवं पूजन अनुष्ठान भी श्रद्धा के साथ संपन्न हो रहा है। आयोजन की विशेष बात है कि मंदिर प्रांगण में चौबीस प्रहर अखंड हरिनाम संकीर्तन, जो न सिर्फ श्रद्धालुओं के मन को शांति दे रहा है, बल्कि वातावरण में ऐसी दिव्यता भर दी है कि हर कोई उसमें डूब जाने को आतुर है। यज्ञ स्थल पर पहुंचने वाले श्रद्धालु कह रहे हैं कि ऐसा दिव्य और अध्यात्म से ओतप्रोत दृश्य बहुत कम देखने को मिलता है। हर दिशा से आस्था की गूंज, हर प्रहर भक्ति का संग और हर क्षण आत्मिक ऊर्जा की अनुभूति यह यज्ञ चितरा को आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र बना रहा है। भक्ति, परंपरा, संस्कृति के इस संगम ने चितरा की धरती को तपोभूमि का स्वरूप दे दिया है।

2025-06-11T00:01:57Z