शिकारीपाड़ा, प्रतिनिधि। मंदिरों का ऐतिहासिक गांव मलूटी में मंगलवार को प्रशिक्षु आईएएस की टीम ने टेरा कोटा से सुसज्जित कलाकृति को देखा। प्रशिक्षु आईएएस सिद्धांत कुमार, हिमांशु लाल,नजिस अंसारी आनंद शर्मा की टीम मारुति मंदिर पहुंचकर मारुति स्थित मंदिरों का मुआयना किया। मंदिर के दीवारों पर टेराकोटा से सुसज्जित कलाकृति को गहराई से देखा। आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की देखरेख में बनाए गए नए मंदिर में पुरानी मंदिर की अपेक्षा टेराकोटा का आकर्षण बेहद कम होने पर करीब 70 वर्ष पूर्व में बगैर पर्याप्त तकनीकी संसाधन कमी के बावजूद इतना सुंदर आकर्षक बनाया गया है जिसे सच में ऐतिहासिक होने की बात कही।
साथ ही वर्तमान में बनाए जा रहे मंदिर के निर्माण की गुणवत्ता का बेहतर जांच एवं टेराकोटा से किसी प्रकार का सिल्वर नहीं होने देने की बात कही। मौके पर ग्रामीणों ने मुख्य रूप से बिजली की समस्याओं पर बताया कि इस क्षेत्र में लंबे समय तक बिजली आपूर्ति ठप रहती है जिसके कारण दूरदराज से पहुंचने वाले पर्यटक यहां अंधेरा में ही घूम कर सरकार को कोसती है। ग्रामीणों ने टीम से अनुरोध किया कि जल्द से जल्द इस क्षेत्र में बिजली की समस्याओं से निजात दिलाया ताकि इस ऐतिहासिक विश्व प्रसिद्ध धरोहर मलूटी मंदिर को देखने दूर-दराज से पहुंचने वाले लोग भी सहजता पूर्वक पहुंचे। मलूटी मंदिर एवं आसपास क्षेत्र में हो रही अवैध अतिक्रमण पर भी ग्रामीणों ने नाराजगी व्यक्त की। फोटो-10दुमका-208, कैप्सन- मंगलवार को मलूटी गांव का मुआयना करते प्रशिक्षु आईएएस
2025-06-11T00:32:03Z