आज का शब्द: अथच और सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की कविता 'सच है'

 हिंदी हैं हम शब्द-शृंखला में आज का शब्द है - अथच जिसका अर्थ है - और भी; इसके अतिरिक्त। कवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला ने अपनी कविता में इस शब्द का प्रयोग किया है।

यह सच है :—

तुमने जो दिया दान दान वह,

हिंदी के हित का अभिमान वह,

जनता का जन-ताका ज्ञान वह,

सच्चा कल्याण वह अथच है—

यह सच है!

बार बार हार हार मैं गया,

खोजा जो हार क्षार में नया, —

उड़ी धूल, तन सारा भर गया,

नहीं फूल, जीवन अविकच है—

यह सच है!

2025-07-06T18:53:10Z